विश्व समेत भारत में भी कोरोना वायरस (Coronavirus) के खतरे से निपटने के लिए तमाम इंतजाम किए जा रहे हैं. इससे निपटने के लिए सबसे अहम कड़ी ये है कि जिन लोगों में इस वायरस का शक है उन्हें अकेले में रखकर उनकी विस्तृत जांच की जाए. इसे आइसोलेट प्रोसेस कहते हैं जिसमें 14 दिन का वक्त लगता है. वैसे तो भारत में प्रशासन ने अलग-अलग जिलों में ऐसे केंद्र बनाए गए हैं लेकिन आईटीबीपी का छावला, नई दिल्ली में आइसोलेशन सेंटर पिछले 2 महीनों से बखूबी अपनी भूमिका निभा रहा है.
देश का सबसे बड़े केंद्र में 1 हजार बेड
यह देश का सबसे बड़ा आइसोलेशन सेंटर है कोरोना वायरस निपटने के लिए. पूरे विश्व में जैसे ही कोरोना वायरस क्षेत्र के खतरे की खबर सामने आने लगी महज चंद दिनों में भारत सरकार के निर्देश पर आईटीबीपी ने इस खास कैंप को तैयार किया. इस कैंप में करीब 1000 बेड हैं. हर मरीज को अलग अलग रखा जाता है और कोरोना वायरस खतरे के मद्देनजर जो वैश्विक मापदंड है उसी के मुताबिक मरीजों को जांच की जाती है. उनके परीक्षण किए जाते हैं और उनके नमूने लिए जाते हैं.
रिपोर्ट आने के बाद अगर मरीज को अस्पताल की जरूरत है तो उसे आगे अस्पताल भेजा जाता है नहीं तो लोगों को घर भेजा जाता है. संबंधित अधिकारियों और प्रशासन के निर्देश के बाद ही लोगों को इस केंद्र में लाया जाता है
वुहान से लाए गए नागरिकों को रखा गया है यहां
आइसोलेशन सेंटर में अब तक वुहान से लाये गए सबसे ज्यादा 518 लोगों का सफलतापूर्वक आइसोलेट किया जा चुका है. इनमें महिलाएं और शिशु समेत बच्चे भी शामिल हैं. साथ ही 7 मित्र देशों के नागरिकों को भी यहां क्वारंटाइन में रखा गया. इस कैंप में चार पृथक बेड उपलब्ध हैं और जीवन रक्षक उच्च तकनीक वाले एम्बुलेंस भी मुहैया करवाए गए थे.
डिसचार्ज लोगों को दिया कोरोना नेगेटिव प्रमान पत्रकोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित चीन के वुहान से 27 फरवरी, 2020 को भारत लाए गए 112 लोगों को इस आईटीबीपी के आइसोलेशन सेंटर, छावला, नई दिल्ली में रखा गया. जिसके बाद इनके कोरोना वायरस परीक्षण हेतु नमूने लिए गए. इनकी रिपोर्ट नेगेटिव आने पर इन्हें डिसचार्ज कर दिया गया. इन लोगों को विदा करते हुए नित्यानंद राय, माननीय गृह राज्य मंत्री तथा श्री एस एस देसवाल, महानिदेशक आईटीबीपी ने आज आईटीबीपी छावला आइसोलेशन सेंटर में सभी नागरिकों से मुलाकात की और उन्हें संबोधित किया. एक गुलाब का फूल और आईटीबीपी का कैलेंडर और स्वस्थ होने का प्रमाण पत्र सौंपा गया