सांप के रेंगने की कला से प्रेरित होकर वैज्ञानिकों ने एक ऐसा रोबोट बनाया है जो सांप की तरह ही ऊंची जगहों पर चढ़ सकता है। वैज्ञानिकों ने बताया कि इस तरह के रोबोट के जरिए खोज और बचाव कार्य बेहतर तरीके से किए जा सकते हैं। इसके माध्यम से सफलतापूर्वक उबड़-खाबड़ इलाकों में काम किया जा सकता है।
रॉयल सोसाइटी ओपन साइंस नामक पत्रिका में वर्णित यह रोबोट सांप की तरह ही अपने शरीर का 38 फीसद तक हिस्सा हवा में उठा देता है। जांस होपकिंस यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और इस अध्ययन के सह लेखक चेन ली ने बताया कि हमें अपने उपकरणों को अधिक बेहतर बनाने के लिए अपने वातावरण में मौजूद जीवों से प्रेरणा लेनी चाहिए, क्योंकि वे कठिन से कठिन हालात में जीवित रहने के लिए हमेशा संघर्षरत होते हैं।
ली ने बताया कि पहले के अध्ययनों में सपाट सतह पर सांप जैसे रेंगने वाले रोबोट विकसित किए गए हैं, लेकिन यह नया रोबोट तीन आयामों पर चलने में माहिर है। यह पेड़ पर भी चढ़ सकता है। ली और उनकी टीम ने सांप की चाल का अध्ययन करने के लिए आमतौर पर रेगिस्तान और पाइन ओक के जंगलों में रहने वाले सापों का अध्ययन किया।
अध्ययन के दौरान उन्होंने ऑब्जेक्ट की ऊंचाई और सतह के घर्षण को कई बार बदल कर देखा और समझा कि स्थितियां बदलने पर सांप किस तरह से प्रतिक्रिया देता है। उन्होंने पाया कि सांप अपने शरीर को तीन हिस्सो में विभाजित करते हैं। उनका अगला और पिछला हिस्सा थोड़ा लचीला होता है जबकि बीच का हिस्सा कठोर बना रहता है। इस दौरान वे शरीर के तीनों हिस्सों का आकार घटाते-बढ़ाते रहते हैं। जब सांप की दूर की वस्तु पर पहुंचना चाहता है तो वह पहले अपना अगला हिस्सा बड़ा करता है और जब वहां पहुंचने वाला होता है तो वह हिस्सा छोटा और पीछे का बड़ा कर देता है। वहीं बीच का हिस्सा सामान ही रहता है